नमस्कार दोस्तों, आज के इस लेख के अंदर हम बात करने वाले है कि " परिश्रम वह चाबी है, जो किस्मत का दरवाजा खोल देती है " अगर आप भी चाहते है कि आप जीवन में
नमस्कार दोस्तों, आज के इस लेख के अंदर हम बात करने वाले है कि " परिश्रम वह चाबी है, जो किस्मत का दरवाजा खोल देती है " अगर आप भी चाहते है कि आप जीवन में आगे बढ़े और सफलता की सीढ़ियों पर चढ़े तो इस लेख के साथ बने रहे।
सफ़लता कोई किस्मत की देन या सौगात में मिलने वाली चीज नहीं है । सफल बनने के लिए आपको हर समय लगे रहना और डंटे रहना” पड़ता है ।
इस दुनिया में बहुत सारे लोग हैं जो जीतने की चाह तो रखते हैं या हम कह सकते है कि वो सफल होना तो चाहते हैं लेकिन सफल होने के लिए कड़ी मेहनत नहीं करना चाहते है ।
अगर हम कहे तो सफलता हासिल करना तो चाहते हैं लेकिन सोचते हैं कि सब बैठे-बैठे ही हो जाए, बिना कुछ किये ही चुटकी बजाई और सफल हो गये ! कई लोग तो ऐसे भी हैं जो किसी न किसी शॉर्टकट का इंतजार कर रहे होते हैं । बस सोचते रहने से या हाथ पर हाथ धरे बैठे रहने से हम सफल हो जाते तो दुनिया इतनी तेजी से नहीं बदल रही होती।
इस दुनिया में आपको सफल बनने के लिए अपने लिए सेल्फ discipline और ज़िम्मेदारी उठाने की बहुत ही ज्यादा जरूरत होती है । अगर आपकी लाइफ में अनुशासन की कमी है तो सफल होने के चांसेस ही ख़त्म हो जाती है । आप सफल हो भी गये फिर भी बिना अनुशासन के अपनी सफलता को लम्बे समय तक कायम नहीं रख सकते है।
सफलता असल में कोई जादू की छड़ी नहीं होती है जिसको कि घुमाओ और सफल हो जाओ । आज इस समय में सफलता “लगकर काम करने वालों को ही मिलती है, न कि जो सिर्फ दर्शक बनें खड़े हैं।
आज हम दूसरों की सफलता को ही देखते और सोचते जा रहे हैं कि हमें भी सफल बनना है और वो भी बिना कुछ किये, बस ख्याली पुलाव बनाये।” कड़ी मेहनत के बिना सफलता पाना मुमकिन ही नहीं है, ये बात जितनी जल्दी हम समझ ले उतना ही हमारे लिए अच्छा होता है।
आपने कभी-न-कभी उड़ते हुए पक्षियों को जरूर देखा होगा, क्या आप जानते हैं कि सभी पक्षियों के लिए प्रकृति ने खाने का तो इंतजाम कर दिया है लेकिन क्या आपने कभी कुदरत को ही उनका घौसला बनाते देखा है।
चिड़िया अपना घौसला खुद ही बनाती है और वह भी उसके कड़ी मेहनत से ही संभव हो पाता है । तो हम इंसान उन चिड़ियों से क्यों नहीं सीख सकते है,क्या हम अभी भी हाथ पर हाथ धरे बैठे या आलसी बनकर घर के किसी कोने में सोये ही रहेंगे या अपनी सफलता के लिए तिनका-तिनका जोड़कर एक घौसला बनाने के लिए कड़ी मेहनत भी करेंगे ।
आपको अपनी मेहनत के स्तर को बढ़ाते जाना है, सफलता पाने के लिए दिन-रात एक कर दीजिये । जब तक आप मैदान पर डंटे हैं, पूरे जोश के साथ खड़े हैं और निडर होकर आगे बढ़ रहे हैं तब तक आपको कोई भी ताकत अपनी मंजिल तक पहुँचने से नहीं रोक सकती है।
किसी भी फील्ड में महारत किसी भाग्य से हासिल नहीं होती है, भाग्य एक लाटरी की तरह होता है, जो कि हर एक इंसान की किस्मत को नहीं निखारती है।
असल में यह बस आपके कड़ी मेहनत, जीत की तैयारी, अच्छी आदतों को लगातार अपनाने, और आपके अभ्यास का ही नतीजा होती है । आप कड़ी मेहनत और प्रैक्टिस से हर उस काम को बेहतर तरीके से कर सकते हैं जिसकी जानकारी भी आपको बहुत कम है ।
कड़ी मेहनत के साथ अपने काम को करते जाना यह दर्शायेगा कि आप जल्दी ही सफल होंगे ।
मेहनत सीढ़ियों की तरह होती है, और भाग्य लिफ्ट की तरह..!!
किसी समय लिफ्ट तो बंद हो सकती है,
पर सीढ़ियां हमेशा ऊँचाई की तरफ ले जाती है!
अब बात करते है कि सफल व्यक्ति के अंदर वो कौन -कौन से गुण होते है जो कि सफल बनाते है, तो चलिये जानते है। ...
सफल व्यक्ति के गुण :-
सफल व्यक्ति हमेशा टीम बनाकर काम करते हैं वो दूसरों को प्रेरित करने के साथ साथ खुद भी अपनी भागीदारी निभाते हैं। अगर उनको कभी कोई काम सौंपा जाये तो वो कभी पीछे नहीं हटते है।
सफल लोग कभी नकारात्मक विचारधारा के नहीं होते वो हमेशा अपने आप पर भरोसा रखकर हर परेशानियों के बावजूद लगन से अपना काम करते हैं।
सफल व्यक्ति हमेशा कुछ नया और अलग काम करने का प्रयास करते हैं और कभी किसी बाधा से डरते नहीं हैं।
सफल व्यक्ति कभी अपने काम में सम्भावना नहीं छोड़ते और कभी किसी असफलता के लिए पछतावा नहीं करते वो लगातार सही दिशा में आगे बढ़ते हैं।
सफल व्यक्ति कही किसी मजबूरी में काम नहीं करते बल्कि किसी काम को करने से पहले उसके लंबे परिणाम देखकर ही उसे शुरू करते हैं और सफल बनाते हैं।
सफल व्यक्ति वही काम करते हैं जो उन्हें पसंद हो वो कभी अपनी जॉब या काम को दोष नहीं देते है, सफल व्यक्ति किसी की अवहेलना नहीं करते और किसी की सफलता से जलते नहीं हैं बल्कि अपने काम को बेहतर ढंग से करने का प्रयास करते हैं।
अपने से कम योग्य व्यक्तियों को सराहना मिलने पर वो निराश नहीं होते बल्कि उन लोगों को प्रेरित कर बधाई देते हैं और आगे और बेहतर करने का प्रयास करते हैं।
अगर हम बात करे तो सफल व्यक्ति के अंदर एक सबसे ख़ास गुण होता है वो हमेशा एक सही दिशा में काम करते है और आगे बढ़ते ही चले जाते है अब ये कैसे होता है ? तो इसको हम जानते है -
सही दिशा में मेहनत करने से ही सफलता मिलती है।
आपको सिर्फ मेहनत ही नहीं करना है। आपको मेहनत सही दिशा में करनी है और सही तरीके से करनी है। स्मार्ट वर्क के साथ और अच्छे से ध्यान पूर्वक उस काम को पूरा निपटा के ही छोड़ना चाहिए। तभी अब उस चीज में सफल होंगे।
आप स्मार्ट वर्क के साथ अपने आप को सफल बना सकते हैं। आज के युग में अगर जीना चाहते हैं। अच्छे से सरवाइव करने के लिए आपको मेहनत नहीं करना है। आपको स्मार्ट वर्क भी करना है।
सही दिशा में सही लक्ष्य को पाने के लिए आप उसमें में अच्छे से स्मार्ट वर्क करिए। स्मार्ट वर्क के साथ आप सफलता भी पाएंगे। किस दिशा में आप जाना चाहते हैं किस प्लेटफार्म पर आप जाना चाहते है।
कुछ लोग परिश्रम की जगह भाग्य को अधिक महत्व देते हैं। ऐसे लोग केवल भाग्य पर ही निर्भर होते हैं। वे भाग्य के सहारे जीवन जीते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता है कि भाग्य जीवन में आलस्य को जन्म देता है और आलस्य जीवन मनुष्य के लिए एक अभिशाप की तरह होता है।
वे लोग यह समझते हैं कि जो हमारे भाग्य में होगा वह हमें अवश्य मिलेगा। वे परिश्रम करना व्यर्थ समझते हैं।
क़िस्मत कितनी ही रोशन हो मेहनत की आग में जलना ज़रूरी है,
मंज़िल कितनी ही पास हो कुछ क़दम चलना ज़रूरी है।
कड़ी मेहनत ही सफलता की सीढ़ी है।
मानव जीवन में परिश्रम बहुत आवश्यक है। असल में कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी है। कड़ी मेहनत द्वारा छोटे से छोटा मनुष्य बड़ा बन सकता है।
परिश्रम के द्वारा सभी कार्य सम्भव हैं। यदि मनुष्य कोई भी काम कठोर परिश्रम एवं दृढ़ संकल्प लेकर करता है तो वह उस काम में सफलता अवश्य पाता है।
परिश्रम वह कुंजी है जो सफलता के द्धार खोलती है| इतिहास गवाह है कि बिना परिश्रम किये आज तक कोई ऊंचाई पर नहीं पंहुचा है|
निष्कर्ष:-
मनुष्य के जीवन में परिश्रम का बहुत महत्व होता है। हर प्राणी के जीवन में परिश्रम का बहुत महत्व होता है। इस संसार में कोई भी प्राणी काम किये बिना नहीं रह सकता है।
प्रकृति का कण-कण बने हुए नियमों से अपना-अपना काम करता है। चींटी का जीवन भी परिश्रम से ही पूर्ण होता है। मनुष्य परिश्रम करके अपने जीवन की हर समस्या से छुटकारा पा सकता है| सूर्य हर रोज निकलकर विश्व का उपकार करता है।
ऐसा कोई भी कार्य नहीं है जो परिश्रम से सफल न हो सकें। जो पुरुष दृढ और अपने लक्ष्य के प्रतिज्ञ होते हैं उनके लिए विश्व का कोई भी कार्य कठिन नहीं होता है।
वास्तव में बिना श्रम के मानव जीवन की गाड़ी चल नहीं सकती है। श्रम से ही उन्नति और विकास का मार्ग खुल सकता है। परिश्रम और प्रयास की बहुत महिमा होती है।
अगर मनुष्य परिश्रम नहीं करता तो आज संसार में कुछ भी नहीं होता। आज संसार ने जो इतनी उन्नति की है वह सब परिश्रम का ही परिणाम है।
दोस्तों, आशा करता हूँ कि आपको हमारा ये आर्टिकल " " परिश्रम वह चाबी है, जो किस्मत का दरवाजा खोल देती है " अच्छा लगा होगा, इसको अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे। धन्यवाद

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