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आप लक्ष्य बनाते हैं और आगे बढ़ते हैं आपसे गलतियों होती हैं आप सीखते हैं गलतियों को सुधारते हैं और आगे बढ़ते हैं। सीखना और आगे बढ़ना यही ज़िन्दगी है। आपको खुशियां मिलती है तो निराशाओं का सामना भी आप करते हैं। अगर आपको सच्चे मित्र मिलते हैं तो आपका सामना स्वार्थी लोग मिलते लोगों से भी होता है। यही ज़िन्दगी है आपको सबक लेना है और आगे बढ़ना है।
जिंदगी में यह 5 सबक हमेशा याद रखें ! 5 lessons in life !
दोस्तों, ज़िन्दगी में वही सफल होता है जो अपनी असफलताओं से सीखता है। कठिनाइयाँ हमें अनुभव सीखती हैं तो चुनौतियां हमें मज़बूत करती हैं। यह जीवन एक शिक्षक जैसा है जितना हो सके इससे सीखों। इसी के आधार पर यहाँ 5 ऐसे सबक आपको बता रहा हूँ जिससे आपको सीखना चाहियें और जो सीखना आपके लिए महत्वपूर्ण भी है।
सुनो सबकी पर करो अपने मन की ;
दोस्तों, कई बार ऐसी परिस्थितियाँ उत्त्पन्न हो जाती हैं जब हम सही और उचित निर्णय नहीं ले पाते हैं। उस समय हम ऐसे व्यक्ति की राय लेना चाहते हैं जो हमें उचित मार्गदर्शन दे सके। ऐसे में हमारे सामने दो विकल्प होते हैं। पहला कि हम अपने परिजन, शुभचिंतकों मित्रों से सलाह को मान लें। दूसरा विकल्प यह होता है कि हम खुद की सुनें।
पहला विकल्प सही हो सकता है क्योंकि हमारे परिजन, शुभचिंतकों, मित्र हमारे बारे में अच्छा ही सोचेंगे। और यही सोचकर हम अपने जिंदगी के फैसले उनके अनुसार ले लेते हैं।
लेकिन हमेशा इस सबक को याद रखना 'सुनो सबकी पर करो अपने मन की। इसका सीधा अर्थ यह है की अंतिम निर्णय से पहले हम अपने शुभचिंतकों की सलाह पर आत्ममंथन करें और अपनी व्यक्तिगत सोच के आधार पर निर्णय लें।
हालाँकि आपके शुभचिंतक आपको कोई गलत सलाह नहीं देंगें, इसलिए उनकी सलाह को गंभीरता से लें पर अंतिम फैसला लेने के लिए अपनी अंतरात्मा की आवाज़ को न दवायें।
कार्यवाही करने में कभी देर न करें ;
दोस्तों, यह वाक्य 'हर काम सोच समझकर करो' आपने जरूर सुना होगा। इस वाक्य में कोई गलती भी नहीं हैं। क्योंकि बिना सोचे जल्दवाजी में किया गया काम ज्यादातर विपरीत परिणाम देता है।
पर सवाल यह उठता है कि कब तक सोचते रहें। आखिर इसकी भी कोई समय सीमा होगी। कहीं ऐसा न हो की हम सोचते रह जाएं बाज़ी कोई और मार ले जाये।
ज्यादातर हम यही कर रहे हैं। मैं अगले सप्ताह से व्यायाम शुरू करूंगा। बेहतर नौकरी मिल जाएगी तब मैं बचत शुरू करूंगा। दोस्तों ज़िन्दगी का यह दूसरा सबक हमेशा याद रखें अक्सर यह शिथिलता विफलता के डर या पूर्ण परिणामों की इच्छा पर आधारित होती है।
आपको हमेशा ऐसा रास्ता नहीं मिलेगा जिसपे आप चलना चाहते हैं। आपको बस चलना शुरू करना होगा।आपको कार्रवाई करने के लिए पूर्णता की आवश्यकता नहीं है। आप आप जहाँ हैं वहीं से शुरू करें। ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, आपको असफलता मिलेगी, लेकिन आपको अनुभव भी तो मिलेगा। लेकिन जब आप शुरू ही नहीं करेंगे तो ?
इस सबक को हमेशा याद रखें असफलताएं आपको सबक सिखाती हैं जो आपको भविष्य में सफल होने में मदद करेंगी। इसलिए कार्यवाही करने में कभी देर न करें।
समय की कीमत को कम मत समझो ;
"जब आप गुजरे समय पर अफ़सोस कर रहे होते हैं उस समय भी समय गुजर रहा होता है।" दोस्तों एक छोटी से खिड़की भी बहुत कुछ दिखा सकती है। समय कम है या मेरे पास समय नहीं है ऐसा हम बहुत आराम से बोल देते हैं और घटों मोबाइल में समय ख़राब करे देते हैं उस समय हम समय की कीमत समझ नहीं पाते हैं।
समय की कीमत समझनी है तो उस माँ से समझो जो नौ महीने तक बच्चे को अपनी कोख में रखती है। समय की कीमत समझनी है तो इस विद्यार्थी से समझो जा पूरा साल उन दिनों के लिए पढता है जब वो परीक्षा दे रहा होता है। समय की कीमत समझनी है तो उस किसान से समझो जो पूरा साल खेती इस उमींद के साथ करता है की उसे इस दिन इसकी कीमत मिलेगी।
दोस्तों इस बात को हमेशा याद रखो की गुज़रा समय वापस नहीं आता। इस क्षण आप क्या कर रहे हो यह मायने रखता है। आप मनोरंजन करो, टाइम भी पास करो। लेकिन तो आप समय व्यतीत कर रहे हो उसकी कीमत जरूर समझो। इस तीसरे सबक को हमेशा याद रखना जो समय की कीमत नहीं समझता फिर समय भी उसकी कीमत नहीं समझता।
जो मिला है उसके लिए आभारी रहो ;
दोस्तों, यह हम सब जानते हैं की मनुष्य कभी संतुष्ट नहीं रह सकता। हम सभी ख़ुशी तो चाहते हैं पर यह भूल गए है की ख़ुशी कैसे कैसे मिलती है। जो खुश नहीं है तो समझिये की वह व्यक्ति जीवन का एक महत्वपूर्ण सत्य नहीं जानता है और वह है संतुस्टता। यानि जो आपको मिला है उसके लिए आभार मानना।
यदि आप अपने काम के लिए आभार नहीं मानते तो उस व्यक्ति से मिलये जो शिक्षित होकर भी बेरोज़गार है। यदि आप अपने शरीर के लिए आभार नहीं मानते तो उस व्यक्ति से मिलये जो हाथ पैरों से लाचार है। यदि आप अपने पैसे के लिए आभार नहीं मानते तो उस व्यक्ति से मिलिए जिसे दो वक्त की रोटी भी मिलना मुश्किल है।
दोस्तों ज़िन्दगी का यह चौथा सबक हमेशा याद रखें, यदि आप खुश रहना चाहते हैं तो जो मिला है उसके लिए आभारी रहो। आपका आभार मानना आपको संतुस्टता और ख़ुशी देगा। आभार एक ऐसा उपहार है जो जीवन को सुन्दर और सुखमयी बना देगा। आभार मानने वाला व्यक्ति खुद भी सुखी रहता है और दूसरों को भी ख़ुशी ही देता है।
कभी हिम्मत मत हारो ;
दोस्तों, वही फिसलता है जो ऊंचाई पर चढ़ने की हिम्मत रखता है। जो लोग अपने जीवन के एक अवरोध को, एक चुनोती को जीवन का केंद्र मान लेते है, और अपने जीवन की गति को ही रोक देते है, वो ज़िन्दगी में कभी सफल नहीं तो पाते हैं।
दोस्तों किसी समस्या से हिम्मत हार पीछे हटने से हम कर्म योद्धा नहीं बन सकते। एक विजेता तब बनता है जब वो लड़ता है। जीवन में हमें हमेशा असंख्य चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। लेकिन उस चुनौती का सामना हम कैसे करते हैं इसका फर्क हमारे जीवन पर पड़ता है। तो क्यों जब चुनौती आती है तो हम हिम्मत हार जाते हैं।
दोस्तों, याद रखें आप खुद अपने जीवन के चालक हैं। आप खुद तय करते हैं कि आप क्या चाहते हैं, आपको किन चीजों से मतलब है, और आप कैसे जीते हैं। तो ज़िन्दगी का पांचवां सबक है कि कभी हार न मानें। कहते हैं लगातार रस्सी के रगड़े जाने से तो पत्थर पे भी निशान पड़ जाते हैं। इसलिए बिना निराश हुए बस संघर्ष करते जाइए, हिम्मत मत हारिये।
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बहुत बढ़िया जानकारी दी है आपने । धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंsir ji bahut badiya
जवाब देंहटाएंआपके इस लेख से बहुत ही अच्छी सिख मिली . धन्यबाद
जवाब देंहटाएंbahut accha hai
जवाब देंहटाएंVery Inspiring Post sir!
जवाब देंहटाएंThank you for sharing Information.
जवाब देंहटाएंAccha content share kiya aapne, mujhe bahut help hui hai! aage bhi aisi information share kare!
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