महान लोगो ने अपनी सबसे बड़ी सफलता, अपनी सबसे बड़ी असफलता के बाद हासिल की है। Success achived after failure self help article in Hindi
जब कोई व्यक्ति असफल होता है तो वह निराश हो जाता है और वह अपने काम से हार मान लेता है और उसको छोड़ देता है और वो अंदर से पूरी तरह से टूट जाता है।
वह सोचता है कि वह उस काम को नही कर सकता है और सफल होने के लिए कुछ काम करना तो दूर कि बात है, वह सोचना भी छोड़ देता है उसके अंदर असफलता का डर आ जाता है जो उसको आगे बढ़ने से रोकता है।
लेकिन क्या आप को पता है कि दुनिया में कुछ ऐसे लोग है जो कि अपने जीवन की शुरुआत में असफल हुए थे और अब वो लोग ही सफलता के उस मुकाम पर है जो उन्होने उस समय पर कभी नहीं सोचा था।
उस मुकाम पर पहुँचने के लिए वो कभी असफलता से निराश नहीं हुए बल्कि असफलता को उन्होंने सबक के रूप में अपनाया था और धीरे-धीरे सफलता की सीढ़ी चढते रहे।
अगर हम बात करे इस दुनिया के सबसे अमीर आदमी में से एक बिल गेट्स कि जो माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के संस्थापक है। यह कोई गरीब परिवार से नही है। इनका परिवार पहले से ही अमीर था।
इनके बारे में कहा जाता है की इन्होने कॉलेज की पढाई को बीच में ही छोड़ दिया था। और पूरी तरह से अपने आप को माइक्रोसॉफ्ट के प्रति समर्पित कर दिया।
बिल गेट्स कहते है कि अगर आप ने गरीब घर में जन्म लिया है तो यह आपकी गलती नहीं है लेकिन अगर आप गरीबी में ही मरते हो तो यह आपकी ही गलती है।
उन्होंने जीवन में बहुत बार असफलता का सामना किया, लेकिन कभी भी उन असफलता से डरे नहीं, इन्होने अपने जीवन में वो कार्य किया जो कि इनको सफलता की तरफ लेकर गए, आज ये दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक है।
डॉ ऐ. पी. जे. अब्दुल कलाम जो हमारे देश के एक ऐसे महान व्यक्ति थे जिन्होने विज्ञान के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया था। उन्होंने वर्ष 2002 से 2007 तक राष्ट्रपति के रूप में देश की सेवा की थी।
इनका बचपन बहुत ही गरीबी में बीता था। इन्होने अपनी शिक्षा जारी रखने के लिए अखबार बेचने का काम भी किया था लेकिन इनके सपने बहुत बड़े थे।
अब्दुल कलाम जी का सपना था कि वह पायलट बने, लेकिन उनको इंटरव्यू में निकाल दिया गया था।
इसके बाद उन्होंने हार नहीं मानी और कुछ दिनों बाद वे डीटीडीपी में सीनियर साइंटिस्ट असिस्टेंट पद पर कार्यरत हुए। और इसके बाद एक एक करके उन्हें सफलता की ऊँचाइयों को छुआ था।
उन्होने अपनी एक किताब में बताया है कि अगर सपने पुरे न भी हो पाए तो हार नहीं माननी चाहिए। नये सपने, नई राहें हमेशा आपका इन्तजार करती है।
बॉलीवुड के बेताज बादशाह और सदी का महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन को कौन नहीं जानता है। वें एक सफल अभिनेता है, और आज भी उम्र के इस पड़ाव में फिल्मों में सक्रीय है।
एक अभिनेता बनने से पहले उनका जीवन बहुत संघर्ष भरा था। शुरुआती दिनों में जब वो जॉब पाना चाहते थे। तो उन्होंने All India Radio में काम पाने के लिए अप्लाई किया था।
लेकिन उनको उनकी भारी आवाज के लिए रिजेक्ट कर दिया गया था,एक समय पर उनके पास सोने के लिए भी जगह नहीं थी
लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और उसी आवाज के दम पर उन्होंने बॉलीवुड में एक अच्छा मुकाम हासिल किया।
असफलता एक चुनौती है इसको स्वीकार करोकहां कमी रह गयी, देखो और सुधार करोजब तक सफल न हो नींद, चैन को त्यागो तुम,संघर्षो का मैदान छोड़ मत भागो तुम।किये बिना कुछ जयकार नहीं होती है,और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है।
असफलता से सीख
असफलतायें, परेशानियां, मुश्किलें, हार ये सब जिंदगी का एक हिस्सा होती हैं। हर इंसान की जिंदगी में मुश्किलें, निराशा में आती हैं।
इस दुनिया में ऐसा कोई नहीं है जिसकी जिंदगी में कभी दुःख ना आये हों। हर सफल इंसान ने अपनी जिंदगी में मुश्किलों का, विफलताओं का सामना करके, संघर्ष करके ही सफलता के मुकाम को हासिल किया है।
हम बात करे,एडिसन जो कि 1000 वे प्रयास में बिजली का बल्ब बनाने में कामयाब हुए थे। 999 असफलताओं के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी, साहस नही खोया, अपने आत्मविश्वास को कभी कम नहीं होने दिया और सफलता हासिल की।
इस सभी लोगो के अंदर एक common बात थी कि इनको पता था कि इनको जीवन में करना क्या था। इनका mind पूरी तरह से clear था। सिर्फ ये वजह थी कि इनको असफलता से कभी कोई फर्क नहीं पड़ा।
अगर आपने सोच लिया कि आपको कोई काम करना है और उस काम में सफल होना है तो फिर आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। लेकिन अगर आपने सोच लिया कि वो काम बहुत मुश्किल है या आप उस काम को नहीं कर सकते हो , तो सच में आप उस काम को कभी नहीं कर पायेंगे। और कभी सफल भी नहीं हो पायेंगे।
अपनी असफलताओं पर और अपनी हार पर कभी दुखी नहीं होना चाहिए, कभी आंसू नहीं बहाना चाहिये। और ना ही हिम्मत हार के हाथ पर हाथ रखकर बैठना चाहिये।
हर हाल में अपनी असफलताओं के कारणों का पता करों, अपनी हार की वजह तलाश करो। और उनसे सीख लेकर फिर से प्रयास करो। और तब तक प्रयास करते रहो, जब तक सफल ना हो जाओ, ये ही सफलता का सबसे बड़ा नियम होता है।
नेपोलियन हिल कहते हैं कि “अधिकतर महान लोगों ने अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी सफलता, अपनी सबसे बड़ी असफलता के एक कदम आगे हासिल की है।
चाहे कुछ भी हो जाए, कितनी भी मुश्किल परिस्थिति हो, कितने भी विपरीत हालात हों, चाहे कितनी बार भी असफल हों, कभी हिम्मत नहीं हारनी चाहिये।
कभी खुद पर भरोसा ना तोड़े। क्योंकि अगर आपका खुद पर विश्वास है तो आप असंभव को भी संभव कर सकते हैं। किसी भी लक्ष्य को, किसी भी सपने को पूरा कर सकते हैं। इसलिये हमेशा खुद पर भरोसा बनाये रखें।
लोग अपने कार्य में अक्सर तब विफल हो जाते हैं जब वो सफल होने ही वाले होते हैं .यदि कोई अंत में उतना ही चौकन्ना रहे जितना कि वो प्रारंभ में था , तो कोई विफलता नहीं होगी .
असफलता सीखने के लिए एक मौका होता है
किसी भी इंसान की जिंदगी में सफलता आने से पहले, निश्चित रूप से उसकी जिंदगी में हार, असफलतायें और मुश्किलें भी आती हैं। बिना संघर्ष किये, बिना मुश्किलों के सफलता नहीं मिल सकती है ।
लेकिन जब मुश्किलें बड़ी हो जाती हैं, हार का डर दिलों दिमाग पर heavy हो जाता है, तब लोगों के सामने सबसे आसान रास्ता हार मान लेने का होता है। और ज्यादातर लोग इसी रास्ते को चुनते हैं और हार जाते हैं।
अपने मन के अंदर झांको, हार मानने वाली भावना को बाहर निकालो। अपनी आंतरिक शक्ति (Inner strength) को जगाओ। और अपने आपसे वादा करो कि आप जिस सफलता का सपना देख रहे थे उसे पूरा करेंगे। और फिर मेहनत से जुट जाओ और खुद को सफलता का तोहफा दो।
असफलता के कारण हार मानना इंसान की सबसे बड़ी बेवकूफी है| असफलता यह दर्शाती है कि इन्सान सफलता की ओर आगे बढ़ रहा है, असफलताओं से हारने की बजाय स्वंय को चुनौती दें और अपने लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ें।
सफलता प्राप्त करने के लिए क्या-क्या गुण होने चाहिए ?
एक सफल इंसान को एक सफल student होना अति आवश्यक है। और जैसा कि हमारे शास्त्रों में लिखा है;
काक चेष्टा बको ध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च ।
अल्पहारी गृह त्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणं ॥
काक चेष्टा- जानकारी प्राप्त करने के लिये, कौए की तरह सतत प्रयास करने चाहिए। यानी कौए की तरह सतर्क सचेत रहना चाहिए।
बको ध्यानम- जैसे बगुले की नजर मछलियों पर रहती है, वैसे ही हमें अपने लक्ष्य की ओर सम्पूर्ण ध्यान देना चाहिये।
स्वान निद्रा- यानी कुत्ते जैसी कम निद्रा और निद्रा में भी सचेत रहना चाहिए । जैसा कि कलाम सर ने कहा है, स्वप्न वो नही जो रात में देखते हैं स्वप्न ऐसा होना चाहिये कि आपकी नींद उड़ा दे। यानी कि नींद में भी अपने लक्ष्य प्राप्ति के विषय मे सोचना चाहिये, औऱ कुछ अच्छा खयाल आये तो नींद में भी ततपर रहना चाहिये।
अल्पहारी- कम भोजन करने वाला, यानी कि संतुलित उचित मात्रा में भोजन करना चाहिए। ताकि स्वास्थ्य बना रहे।
गृह त्यागी- यानी जरूरत पड़े तो "गृह", यानी कि इस संदर्भ में अपने आराम को विश्राम देना चाहिये।
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bahut achchi lines
जवाब देंहटाएंVery beautifully written. O really needed this ❤️ at this moment. Thank you for your wonderful post. O Almighty please shower your blessings onto this kind person and keep showering your blessings always. Agai thank you from the bottom of the heart.Aameen 🌟🤲🤲🤲
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